
बागेश्वर: उत्तराखंड के राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (रि) ने कौसानी का दौरा किया। इस दौरान राज्यपाल ने कौसानी स्थित ऐतिहासिक अनासक्ति आश्रम का भ्रमण किया, जहाँ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने प्रवास के दौरान कुछ समय व्यतीत किया और अनासक्ति योग’ जैसी महत्वपूर्ण पुस्तक की रचना की थी। राज्यपाल ने कहा कि ये आज भी आध्यात्मिक साधना और निष्काम कर्मयोग का अमूल्य संदेश देता है।
राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह (रि) ने कौसानी की सुंदरता की तारीफ की। राज्यपाल ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालय की दिव्यता से परिपूर्ण यह एक ऐसा स्थल है, जहाँ पहुंचते ही मन को एक अनूठी शांति का अनुभव होता है। यहाँ की स्वच्छ जलवायु, हरियाली से आच्छादित पहाड़, और दूर-दूर तक फैले हिमालय के अद्भुत दृश्य आत्मा को सुकून देने वाले हैं।

कौसानी के बारे में जानिए
कौसानी उत्तराखंड राज्य के कुमाऊँ मंडल के बागेश्वर ज़िले में स्थित एक सुंदर पर्वतीय गाँव है, जो गरुड़ तहसील के अंतर्गत आता है। यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और हिमालय की त्रिशूल, नंदा देवी और पंचाचूली जैसी बर्फ से ढकी चोटियों के 300 किलोमीटर विस्तृत विहंगम दृश्य के लिए प्रसिद्ध है।
महात्मा गांधी जी ने 1929 में कौसानी में 12 दिन बिताए थे और इसकी सुंदरता से प्रभावित होकर इसे “भारत का स्विट्जरलैंड” कहा था। बापू यहां स्थित अनासक्ति आश्रम में ठहरे थे, आज भी पर्यटकों के लिए ये आकर्षण का केंद्र है। समुद्र तल से कौसानी की ऊंचाई लगभग 1,890 मीटर है और यह अल्मोड़ा से लगभग 52 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। कौसानी ट्रेकिंग, चाय बागानों की सैर और शांतिपूर्ण छुट्टियों के लिए एक आदर्श गंतव्य है।